Saturday, June 20, 2009

I Miss You... Words for My Sweet Heart


वो आये और आकर चले गए
खुशिया चंद लम्हों की मेहमान बन गयी...

अधुरा सा दिन, अधूरी सी रात
जानता हू किसकी कमी रह गयी...

बेबस पाता हू अपने आप को इस हालात में
कुछ तो कहिये आपके शब्दो की कमी रह गयी...

आपसे कितना प्यार है, यह जानती है आप,
फिर आपकी तरफ से क्यों थोडी कमी रह गयी..?

कुछ शब्दों को पढ़ते हुए बीत गयी रात
दिन हुआ तो आपकी कमी खल गयी..

बीत तो जायेगे यह भी दिन और रात
पर लगता है तुम बिन जीवन में कोई कमी रह गयी॥

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